प्रकृति का बेहतर दृश्य प्रस्तुत करता है सूरजकुंड के आसपास का क्षेत्र, चर्म रोगियों के लिए वरदान है इसका गर्म जल
गरम कुंड में स्नान करने तथा पिकनिक मनाने दूर-दूर से आते हैं लोग
बरकट्ठा:- हजारीबाग जिला अंतर्गत बरकट्ठा प्रखंड के पंचायत बेलकपी में अवस्थित सूरजकुंड धाम अपने प्राकृतिक एवं मनोरम छटा के कारण बरबस लोगों को अपनी और आकर्षित करता है। जीटी रोड बेलकपी से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित यह गर्म जल धारा का कुंड स्वयं में औषधि के जैसा है। यहां के स्थानीय बुजुर्गों की माने तो इस कुंड में स्नान करने वाले लोगों को चर्म रोग नहीं होता है ।विदित हो कि यहॉ के मुख्य कुंड में सदियों से गर्म जल धारा लगातार प्रवाहित हो रही है जिसका अधिकतम तापमान 88 डिग्री सेल्सियस है, जो भारत के उष्णतम कुंड में से एक है। इसके समीप अन्य कुंड हैं जिन्हें रामकुंड, सीता कुंड ,लक्ष्मण कुंड, भारत कुंड, विष्णु कुंड के नाम से जाना जाता है। अपने नाम की सार्थकता उन जल कुंडो के तापमान से भी मिलती है।
कुंड के आसपास हरे भरे वन, नदी और पहाड़ इसकी सुंदरता में चार चांद लगाते हैं ।ज्ञात हो कि प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति अर्थात 14 जनवरी को यहां 15 दिवसीय भव्य मेला का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। जिसमें देश के विभिन्न कोनों से लोग भ्रमण करने आते हैं। मेला में खेल तमाशा, सर्कस, थिएटर, झूला तथा विविध प्रकार की दुकान लगाये जाते हैं ।वहीं पर्यटकों के ठहरने के लिए उचित प्रबंध किए गये हैं। वहीं पर्यटकों का आना सालों भर लगा रहता है, जिसमें पूरे देश भर से लोग हजारों की संख्या में पहुंचते हैं। दिसंबर माह में यहां आस-पास पिकनिक मनाने वालों की संख्या अच्छी खासी देखी जा सकती है। वहीं नववर्ष के आगमन पर पिकनिक मनाने वाले लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है। सूरजकुंड के परिसर में ही पूजा पाठ करने के लिए विभिन्न प्रकार के मंदिर हैं जिनमें सूर्य मंदिर,प्राचीन विष्णु मंदिर, काली मंदिर, चामुंडा मंदिर, शिव मंदिर, हनुमान मंदिर आदि हैं। हालांकि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के उदासीन रवैया के कारण यहां का विकास औसतन कम है। इस पर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को विशेष ध्यान देकर इस स्थान को बेहतर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है।