मानव विकास संस्था के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन
महिला और पुरुष के बीच असमानता कम करने की आवश्यकता: बीरबल प्रसाद

बरकट्ठा:- प्रखंड क्षेत्र के बेलकपी पंचायत अंतर्गत ग्राम चामुदोहर में संस्था मानव विकास के द्वारा अंतराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रखंड प्रमुख रेणु देवी, जिला परिषद प्रतिनिधि सीके पांडेय, चेचकपी पंचायत मुखिया रीता देवी, गोरहर पंचायत मुखिया प्रेमिका देवी,संस्था के सचिव बीरबल प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। मौके पर उपस्थित महिलाएं एवं किशोरियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्य,संगीत,भाषण और संथाली लोक पारंपरिक झूमर की प्रस्तुति की ।तत्पश्चात प्रमुख ने महिलाओं के उत्थान के लिए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाता है। यह एक ऐसा दिन है जब महिलाओं को राष्ट्रीय,जातीय,भाषाई, सांस्कृतिक,आर्थिक या राजनीतिक भेदभाव की परवाह किए बिना उनकी उपलब्धियों के लिए पहचाना जाता है। उसके बाद मुखिया रीता देवी ने बताया कि आज हम सब यहां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इकट्ठा हुए हैं। यह दिन न केवल महिलाओं के संघर्ष, उपलब्धियों और योगदान को पहचानने के लिए महत्वपूर्ण है,बल्कि यह हमें सोचने पर भी मजबूर करता है कि हमें महिला सशक्तिकरण को लेकर कई सारे कदम उठाने की जरूरत है। वहीं डेगलाल साव ने भी कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, फिर भी कई चुनौतियाँ उनके सामने खड़ी हैं। समाज में आज भी घरेलू हिंसा, लैंगिक भेदभाव, शिक्षा में असमानता, दहेज प्रथा, बाल विवाह जैसी बुराइयां मौजूद हैं, फिर भी अब महिलाएं इन सभी परेशानियों का सामना कर आगे बढ़ रही है।वहीं मुखिया प्रेमिका देवी ने कहा कि भारत में आज भी कई क्षेत्रों में महिलाओं की साक्षरता दर पुरुषों की तुलना में कम है। बहुत जगहों पर महिलाओं के साथ असमानता और भेदभाव किया जाता है।
कई जगहों पर महिलाओं को उनके बुनियादी अधिकारों से वंचित रखा जाता है। यह महिलाओं की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनी हुई है और इसे ठीक करना बहुत जरूरी है ताकि महिला भी अपने अधिकार के लिए जिये। वहीं संस्था के सचिव बीरबल प्रसाद ने बताया कि पहले महिलाओं को पढ़ने और अन्य कई कामों के लिए बाहर जाने को नहीं दिया जाता था लेकिन अब बहुत सारी ऐसी महिला है जो बाहर जाकर जैसे सरकारी ऑफिस, बैंक, प्रखंड,अस्पताल जैसे जगहों में काम करने लगी है और ऐसे ही महिलाओं और पुरुषों के बीच जो असमानताएं है उन्हें कम से कम करने के लिए कहा ताकि समाज में महिलाओं के साथ कोई भेद भाव न हो। कार्यक्रम की संचालनकर्ता अंजू देवी एवं पूनम बास्के और कार्यक्रम को सफल बनाने में रॉबिन कुमार, राहुल कुमार, रोहित टुडू, मारियादास बास्के, कार्तिक महतो एवं अन्य लोग शामिल हुए।