झारखंड

मानव विकास संस्था द्वारा कृषक गुरुकुल में एकदिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन

जल एवं मिट्टी संरक्षण को लेकर कृषकों को दिया गया प्रशिक्षण

 

बरकट्ठा:- मानव विकास संस्था हजारीबाग के तत्वधान में प्रखंड के बेलकपी पंचायत अंतर्गत ग्राम चामुदोहर स्थित कृषक गुरुकुल में एकदिवसीय प्रशिक्षण “जल एवं मिट्टी संरक्षण” का आयोजन किया गया ।इस निमित प्रखंड कृषि तकनीकी प्रबंधक चिंताहरण पाठक ने सभी प्रतिभागियों को मिट्टी संरक्षण के लिए जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मिट्टी के क्षरण को रोकने के लिए हमें सबसे जरूरी पेड़ पौधों को लगाना होता है ताकि पेड़ पौधों के जड़ मिट्टी को पकड़ कर रखेगी और क्षरण होने से उन्हें बचाएगी ।पहाड़ी क्षेत्रों में हमे सीढ़ीनुमा खेती करनी चाहिए ताकि मिट्टी का कटाव कम से कम हो और मिट्टी संरक्षित रहें। बताया कि हमारे जमीन की ऊपरी सतह ही उपजाऊ होती है और उसमें ही उर्वरा शक्ति पायी जाती है जो हमारे पौधों के लिए पौष्टिक आहार होती है। आजकल किसान अधिक उत्पादन के लिए रसायन खाद का प्रयोग करने लगे है जिससे मिट्टी से मिलने वाली सारी पौष्टिकता नष्ट हो जाती और मिट्टी अनुपजाऊ बन जाती है।हम सभी को जैविक खेती या प्राकृतिक खेती करनी चाहिए ताकि मिट्टी की उर्वरा शक्ति निरंतर बनी रहे। कीटनाशक रसायन के जगह बीजामृत,जीवामृत आदि घर में ही बना कर डालें जिससे पौधों में कोई रसायन की मात्रा न मिले और पौधें पूरी तरह जैविक हो । इसके बाद इन्होंने जल संरक्षण के लिए डोभा, तालाब,कुआं आदि को मरम्मत कर इसमें जल संग्रहण कर जल को संरक्षित कर सकते है। बारिश होती है तो सभी अपने अपने घर में एक एक सोखता का निर्माण करे। प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संस्थाकर्मी रॉबिन कुमार, राहुल कुमार, मारियादास बास्के, कार्तिक महतो, अंजू एवं अन्य लोग शामिल थे।

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